मां काली बस बहुत हुआ जिसने तुझे रुलाया है अब वह सब रोएंगे मैं आ गई हूं मेरे बच्चे इस - Kabrau Mogal Dham

मां काली बस बहुत हुआ जिसने तुझे रुलाया है अब वह सब रोएंगे मैं आ गई हूं मेरे बच्चे इस

मेरे बच्चे आज का दिन बहुत ही शुभ है आज

से अन्याय की डोर मैं अपने हाथों में लेने

वाली हू जो हमेशा सत्य के मार्ग पर चलते

हैं वह एक सकारात्मक ऊर्जा को अनुभव कर

रहे

होंगे मेरे बच्चे क्या तुम इस प्राकृतिक

में एक शुद्ध हवा एक शुद्ध अनुभव को महसूस

कर पा रहे हो आज यह हवा ईश्वर का गुणगान

कर रही है

आज से सब कुछ बदलने वाला है हर एक चीज में

बदलाव आएगा क्योंकि आज का दिन और आने वाला

दिन अत्यंत शुभ है मेरे बच्चे कुछ नया और

अद्भुत प्रारंभ हो रहा है तुम यह सोच लो

कि तुम्हारी विजय निश्चित है जिस क्षण की

प्रतीक्षा तुम कई महीनों से कर रहे हो अब

वह समय आरंभ होने वाला है मेरे बच्चे आपके

लिए शुभ योग शुरू होने जा रहा है क्योंकि

यह महीना और आने वाले महीने तुम्हारे लिए

अत्यंत शुभ रहने वाले हैं मेरे बच्चे अब

तुम सभी चिंताओं से बाहर निकल जाओ अब

तुम्हें अपने विचारों पर ध्यान रखना है

मैं जानती हूं कि तुम बहुत दुखी हो इसलिए

तुम अपने विचारों पर काबू नहीं पा रहे हो

किंतु मेरे बच्चे तुम्हें अब करना ही होगा

तुम्हारे विचार तुम्हारे भविष्य निर्धारित

करने वाले हैं इसलिए तुम जो सच में पाना

चाहते हो केवल तुम्हें सिर्फ वही विचार

करना है तुम्हें अपने विचारों की शक्ति को

पहचानना है क्योंकि तुम अपने जीवन को जैसा

भी बनाना चाहते हो वह सिर्फ तुम्हारे अपने

विचार से ही कर सकते हो मेरे बच्चे मेरी

शक्तियों को जानो और पहचानो और सकारात्मक

ऊर्जा की शक्ति को पहचानो इन शक्तियों से

तुम अपने जीवन में कुछ भी हासिल कर सकते

हो जो तुम पाना चाहते हो वह तुम पा सकते

हो तुम कुछ भी कर सकते केवल अपने आप को

नकारात्मक ऊर्जा से दूर रखो मेरे बच्चे

तुम बहुत ही भाग्यशाली हो और मैं तुम्हारे

साथ हूं अब जो मैं तुम्हें बताने जा रही

हूं उसे ध्यानपूर्वक समझो कभी भी किसी भी

अभिमानी व्यक्ति को समझाने का प्रयास भूल

से भी मत करना क्योंकि ज्ञानी व्यक्ति को

समझाना आसान होता है और यदि कोई अज्ञानी

है तो उसे भी समझाया जा सकता है किंतु यदि

कोई व्यक्ति अभिमान से भरा हुआ है तो उसे

समझाना बहुत मुश्किल होता है मेरे बच्चे

ऐसे व्यक्तियों का इलाज केवल वक्त कर सकता

है इसलिए मेरे बच्चे ना तो कभी भी अभिमानी

बनो और ना ही कभी किसी अभिमानी व्यक्तियों

का साथ दो जो इंसान सरल होता है संस्कारी

होता है केवल वही व्यक्ति अपने जीवन में

आगे बढ़ता है और तरक्की भी करता है और

सफलता को भी प्राप्त करता है तुम्हारा

जीवन तुम्हारी ही सोच और व्यवहार का

परिणाम है इसलिए अभिमान से दूर रहो और

स्वाभिमानी व्यक्ति हमेशा सहज होते हैं

क्योंकि उनका दृष्टिकोण हमेशा सरल एवं

आशावादी होता है उन्हें अपनी कमियां एवं

खूबियां मालूम रहती हैं जबकि अभिमानी

हमेशा अपनी कमियों को ढकने की कोशिश करता

है और अपनी गलतियां कभी स्वीकार नहीं करते

हैं अभिमानी लोगों के रिश्ते दर्द भरे

होते हैं उनके रिश्ते उनकी महत्वता एवं

घमंड पर टिके होते हैं अभिमानी सफलता

प्राप्त करने के लिए रिश्ते तोड़ सकते हैं

जबकि स्वाभिमानी व्यक्ति हमेशा दूसरों की

भावनाओं का ख्याल रखते हैं इनके रिश्ते

मजबूत एवं सुखमय होते हैं इसलिए मेरे

बच्चे कभी भी अभिमानी व्यक्ति मत बनना

मेरे बच्चे अभिमानी व्यक्ति चाहता है कि

सिर्फ उसकी सुनी और मानी जाए यह दूसरों की

बातों या विचारों को महत्व नहीं देते जबकि

स्वाभिमानी अपने विचारों को दूसरों पर

नहीं थोपते हैं वह अपनी गलती अपने पर लेते

हैं अभिमानी व्यक्ति हमेशा आंखें बचाकर

बात करते हैं एवं उनकी आंखों में दूसरों

को हमेशा नीचे दिखाने का भाव होता है जबकि

स्वाभिमानी व्यक्ति की आंखें सरल होती हैं

एवं उन आंखों में दूसरों के लिए सम्मान का

भाव होता है मेरे बच्चे अभिमानी के रास्ते

में बड़े सूक्ष्म होते हैं कभी यह त्याग

के रास्ते आता है कभी विनम्रता के कभी

भक्ति के तो कभी स्वाभिमान के इसकी पहचान

करने का एक ही तरीका है जहां भी मैं का

भाव उठे तो समझ जाना कि अभिमान उत्पन्न हो

रहा है मेरे बच्चे स्वाभिमान तुम्हारे

लड़खड़ाते कदमों को ऊर्जावान कर उनमें

दृढ़ता प्रदान करता है कठिन परिस्थिति

और विपन्न वस्था में भी स्वाभिमान तुम्हें

डूबने नहीं देता अभिमान अज्ञान के अंधेरे

में ढकेल है अभिमान ज्ञान घमंड और अपनों

को बड़ा ताकतवर समझकर झूठा बनाता है

व्यक्ति को अपने ज्ञान का अभिमान तो होता

है लेकिन अपने अभिमान का ज्ञान नहीं होता

है मेरे बच्चे अपने स्वाभिमान को जांच रहो

कहीं ये अभिमान में तो नहीं बदल रहा है बा

[संगीत]

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